Friday, September 30, 2011

याद आई अपनों  की इस पराये देश में 
हवाए लायी हैं संग खुशबु उनकी इस पराये देश में

            
 माँ का प्यार लाई है संग 
 पिता के अपनेपन का रंग
 बहेन के रिश्तो की कश्ती 
 भाई की ढेर सारी मस्ती 

            
 देश की माटी का एहसास 
 पाए सबको अपने पास
 मिलेंगे जब हम कल इनसे 
 दिल का हाल कहेंगे सबसे
 
याद आई अपनों  की इस पराये देश में 
हवाए लायी हैं संग खुशबु उनकी इस पराये देश में..............

 

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